बाज़ार से क्यों गायब हो गए महारथी ब्राडंस और कम्पनियाँ? एक कहावत है कि जब ताल से ताल न मिले तो, हो जाता हैं सुर, बेहाल। ये बात उन कम्पनियों और ब्रांड्स पर सटीक बैठती है, जो वक्त पर नई तकनीक और प्रतिस्पर्धा से ताल मिलाने में चूक गयीं। नतीजतन आज वे सभी बाज़ार से गायब हैं। कई भारतीय कम्पनियां-ब्रांड्स, जो कभी अपनी गुणवत्ता के लिए जनता के बीच लोकप्रियता थे- अब इतिहास के पन्नों में दफन हैं। पूरा लेख - https://bazaar.businesstoday.in/share-market/story/why-iconic-brands-like-hmt-kodak-nokia-and-rajdoot-disappeared-from-the-market-1113385-2024-10-30
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OTT का क्रेज : कैसे बदल गयी मनोरंजन की दुनिया?
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PVR Inox की रिपोर्ट के मुताबिक 2016 में कंपनी की सीट ऑक्युपेंसी 34.3 फीसदी थी, जो कोविड के दौरान 2021 में घटकर 10.2 फीसदी रह गयी थी। आँकड़ों पर नज़र डाले तो 2016 के मुकाबले 2023-24 में कम दर्शक ही सिनेमा हॉल तक फिल्में देखने जा रहे है। 2023 में 26.4 फीसदी और 2024 में 25.6 फीसदी ही सीटें भर पायी हैं। जबकि पिछले चार वर्षों में इस कंपनी ने अपनी स्क्रीन की संख्या में दोगुना का इज़ाफा किया है। https://bazaar.businesstoday.in/india/story/the-craze-of-ott-how-has-the-world-of-entertainment-changed-1107544-2024-10-17
पारसियों को क्यों बदलना पड़ा दाह-संस्कार ‘दोखमेनाशिनी’ का रिवाज?
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पारसियों को क्यों बदलना पड़ा दाह-संस्कार ‘दोखमेनाशिनी’ का रिवाज? मुंबई में जब कारोबारी रतन टाटा का अंतिम संस्कार किया जा रहा था तो एक सवाल था कि रतन टाटा का अंतिम संस्कार पारसीरीतिरिवाज के मुताबिक क्यों नहीं किया जा रहा? पूरा लेख पढ़िए, बिजनेस टुडे बाज़ार की वेबसाइट पर... https://bazaar.businesstoday.in/india/story/why-did-the-parsis-have-to-change-the-custom-of-cremation-dokhmenashini-1105048-2024-10-11?utm_source=washare&utm_medium=socialicons&utm_campaign=shareurltracking&fbclid=IwY2xjawF9tAxleHRuA2FlbQIxMQABHRzaS7AnwRlbFzkZUNTKdHxV-xL4KMIB-gGpDjl2r65g-Izi-IXbWowOAQ_aem_QnAAaCKO38_sPhf0nLysfA
भारत में क्यों पनप रहा है ड्रग्स का कारोबार? इन आंकड़ों से समझिए
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इंडिया में नाइट लाइफ, ड्रग्स का धंधा और युवा पीढ़ी एक खतरनाक त्रिकोण के रूप में उभर रहा है... पूरा लेख आजतक की वेबसाईट पर पढ़िए https://www.aajtak.in/opinion-analysis-/story/why-is-drug-trade-flourishing-in-india-drug-market-in-india-ntc-rptc-2071703-2024-10-15https://www.aajtak.in/opinion-analysis-/story/why-is-drug-trade-flourishing-in-india-drug-market-in-india-ntc-rptc-2071703-2024-10-15
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सागर सरहदी की कहानियों पर मेरी राय सागर' कई सदियां याद रहेगा लोगों को. मुझे और थोड़े से सालों तक, जब तक हूं. -गुलज़ार सागर सरहदी का नाम बहुत से लोगों ने शायद न सुना हो, लेकिन उनकी कलम ... https://www.aajtak.in/literature/review/story/book-review-of-sagar-yaraa-a-story-collection-by-sagar-sarhadi-edited-by-ramesh-talwar-1535948-2022-09-12
दो पीढ़ी
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मैंने नीम के पेड़ पे कच्ची नीमोली देखी है तुमने देखी है ? मैंने इमली के पेड़ पे लाल इमली देखी है तुमने देखी है क्या ? मैंने नारियल के छिलकों से बनी रस्सी की खाट पे बरामदे में धूप सेकी है तुमने सेकी है क्या ? मैंने बारिश से आंगन को हफ्ते भर भीगते देखा है तुमने देखा है क्या ? मैंने सर में मेहंदी और पैरो में अलता लगाती प्रेमिका देखी है तुमने देखी है क्या ?